Friday, May 4, 2018

Madhya Pradesh: Bjp Will Contest Election On The Strength Of Organisation Not On Shivraj Face - मध्य प्रदेश: इस बार शिवराज के चेहरे नहीं बल्कि संगठन के बलबूते चुनाव लड़ेगी भाजपा

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न्यूज डेस्क, अमर उजाला, भोपाल
Updated Sat, 05 May 2018 08:51 AM IST



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मध्यप्रदेश में पिछले 15 सालों से शिवराज सिंह चौहान के चेहरे पर प्रदेश में चुनाव लड़ने वाली भाजपा इस बार नए फॉर्मूले के साथ मैदान में उतरेगी। 2018 का चुनाव पार्टी चौहान के चेहरे पर नहीं बल्कि संगठन के बलबूते लड़ेगी। भोपाल में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने इस बात का साफ संकेत दिया है। उन्होंने कहा कि आने वाला चुनाव कुशाभाऊ ठाकरे और राजमाता सिंधिया को समर्पित होगा। जिसे कि संगठन के आधार पर लड़ा जाएगा। उन्होंने पार्टी के कार्यकर्ताओं से इसके लिए संकल्प लेने को कहा। 

कार्यक्रम में शाह ने कहा कि राज्य में भाजपा अंगद के पैर की तरह है। जहां दूरबीन से देखने पर भी कांग्रेस दूर तक दिखाई नहीं देती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के जो लोग राजा-महाराजा के साथ मैदान में उतर रहे हैं, उनसे डरने की जरूरत नहीं है, भाजपा में बूथ का कार्यकर्ता ही उन्हें हरा देगा। इस बार जिन दो क्षेत्र (कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया) में हारते थे, उसकी सभी विधानसभा सीटें जीतना है। बता दें कि इससे पहले हर कोई नेता यही बोल रहा था कि 2018 का चुनाव शिवराज के ही नेतृत्व में लड़ा जाएगा। 

एक दिन पहले चौहान ने राज्य आनंदम के कार्यक्रम में खाली कुर्सी की बात कहकर सभी को चौंका दिया था। शुक्रवार को मंच पर अमित शाह के बगल में रखी खाली कुर्सी भी चर्चा का विषय रही। दरअसल यह कुर्सी शिवराज के लिए रखी गई थी मगर जब वह भाषण दे रहे थे, तब शाह इस कुर्सी को कुछ समय के लिए देखते रहे थे। शाह ने कहा कि हैदराबाद ब्लास्ट मामले में सभी बेदाग हो गए हैं। राहुल ने देश की सनातन संस्कृति को बदनाम किया है। संवैधानिक पदों चुनाव आयोग, कोर्ट और उपराष्ट्रपति को विवाद में घसीटा। उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए।



मध्यप्रदेश में पिछले 15 सालों से शिवराज सिंह चौहान के चेहरे पर प्रदेश में चुनाव लड़ने वाली भाजपा इस बार नए फॉर्मूले के साथ मैदान में उतरेगी। 2018 का चुनाव पार्टी चौहान के चेहरे पर नहीं बल्कि संगठन के बलबूते लड़ेगी। भोपाल में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने इस बात का साफ संकेत दिया है। उन्होंने कहा कि आने वाला चुनाव कुशाभाऊ ठाकरे और राजमाता सिंधिया को समर्पित होगा। जिसे कि संगठन के आधार पर लड़ा जाएगा। उन्होंने पार्टी के कार्यकर्ताओं से इसके लिए संकल्प लेने को कहा। 


कार्यक्रम में शाह ने कहा कि राज्य में भाजपा अंगद के पैर की तरह है। जहां दूरबीन से देखने पर भी कांग्रेस दूर तक दिखाई नहीं देती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के जो लोग राजा-महाराजा के साथ मैदान में उतर रहे हैं, उनसे डरने की जरूरत नहीं है, भाजपा में बूथ का कार्यकर्ता ही उन्हें हरा देगा। इस बार जिन दो क्षेत्र (कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया) में हारते थे, उसकी सभी विधानसभा सीटें जीतना है। बता दें कि इससे पहले हर कोई नेता यही बोल रहा था कि 2018 का चुनाव शिवराज के ही नेतृत्व में लड़ा जाएगा। 

एक दिन पहले चौहान ने राज्य आनंदम के कार्यक्रम में खाली कुर्सी की बात कहकर सभी को चौंका दिया था। शुक्रवार को मंच पर अमित शाह के बगल में रखी खाली कुर्सी भी चर्चा का विषय रही। दरअसल यह कुर्सी शिवराज के लिए रखी गई थी मगर जब वह भाषण दे रहे थे, तब शाह इस कुर्सी को कुछ समय के लिए देखते रहे थे। शाह ने कहा कि हैदराबाद ब्लास्ट मामले में सभी बेदाग हो गए हैं। राहुल ने देश की सनातन संस्कृति को बदनाम किया है। संवैधानिक पदों चुनाव आयोग, कोर्ट और उपराष्ट्रपति को विवाद में घसीटा। उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए।





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